बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में हर मोड़ पर एक नया दांव देखने को मिल रहा है। जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, महागठबंधन की रणनीतियों में भी तेजी देखने को मिल रही है। शायद यही वजह है कि आधी रात को महागठबंधन ने कटिहार जिले में एक बड़ा फैसला लेकर सबको चौंका दिया।
ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, महागठबंधन ने कटिहार के प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र से तौकीर आलम को चुना था, लेकिन अब उन्हें बरारी विधानसभा क्षेत्र भेज दिया गया है। अब तौकीर आलम बरारी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। इस बदलाव के साथ महागठबंधन ने भाजपा की विधायक निशा सिंह के लिए मुकाबला कठिन बना दिया है।
पहले यह माना जा रहा था कि कटिहार प्राणपुर से दो उम्मीदवार — कांग्रेस के तौकीर आलम और राजद की इशरत परवीन — चुनावी मैदान में उतरने वाले हैं। दोनों के मैदान में आने से भाजपा की स्थिति मजबूत होने वाली थी, जिसमें निशा सिंह की जीत पक्की मानी जा रही थी। लेकिन आधी रात को लिए गए इस फैसले ने पूरा समीकरण ही बदल दिया।
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महागठबंधन के इस फैसले से बेबी नीरज और कुंदन यादव जैसे दावेदारों को बड़ा झटका लगा है। यह दोनों उम्मीदवार पिछले कई दिनों से टिकट की उम्मीद में पटना में डेरा जमाए हुए थे। देर रात यह चर्चा थी कि कुंदन यादव को बरारी से राजद का टिकट मिल सकता है, लेकिन महागठबंधन ने उन्हें दरकिनार करते हुए तौकीर आलम पर दांव खेल दिया।
अब प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की निशा सिंह की सीधी टक्कर राजद के उम्मीदवार इशरत परवीन से होगी। इस विषय में राजनीतिक जानकार बताते हैं कि यह मुकाबला बेहद दिलचस्प और कड़ा होने वाला है।