दिल्ली के उत्तम नगर थाना क्षेत्र के हॉस्पिटल विहार इलाके में शनिवार को एक बड़ा हादसा हुआ। यहां एक पुराने मकान का हिस्सा अचानक गिर गया। जिस समय यह हादसा हुआ, उस घर में एक महिला और उसकी 5 साल की बेटी मौजूद थीं, जो मलबे में दब गईं।
आवाज़ सुनकर आसपास के लोगों ने मलबे में दबे लोगों की शंका को लेकर खोजबीन शुरू की। दोनों को काफी बुरी हालत में बाहर निकाला गया और अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों की मौत की पुष्टि कर दी।
इस घटना के बाद मौके पर पुलिस और एनडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में जुट गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि मकान लगभग 40 साल पुराना था। मकान का जो मालिक था, उसने हाल-फिलहाल में ही घर को एक डीलर के पास बेच दिया था, और डीलर ने इस पुराने घर को तोड़कर नया घर बनाने की तैयारी शुरू कर दी थी।
घर की ऊपरी मंजिल पर तोड़फोड़ का काम चल रहा था, जबकि निचले फ्लोर पर अभी भी परिवार रह रहा था। इसी तोड़फोड़ के दौरान मकान का एक हिस्सा भरभरा कर नीचे गिर गया और इस हादसे को जन्म दिया।
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पड़ोसियों ने बताया कि लोगों ने स्वयं राहत कार्य शुरू किया और मलबे में मां-बेटी को निकालने की कोशिश की। एक चश्मदीद ने बताया,
“हम लोग आवाज सुनकर भागे, अंदर तीन लोग थे — दो दबे और एक लड़की बाहर निकल आई।”
इस घटना के 10 से 15 मिनट बाद प्रशासन बल मौके पर पहुंचा। फिलहाल एंबुलेंस के ज़रिए घायलों को अस्पताल भेजा गया, लेकिन डॉक्टरों ने मां-बेटी को मृत घोषित कर दिया।
तोड़फोड़ के काम में जुटे चार मजदूरों में से एक मजदूर भी बुरी तरह से ज़ख्मी हो गया, जिसकी हालत गंभीर बताई जा रही है, जबकि बाकी मजदूरों को हल्की चोटें आई हैं और वे खतरे से बाहर हैं।
फिलहाल पुलिस ने उचित कार्रवाई करते हुए मकान मालिक और निर्माण कार्य कराने वाले डीलर के खिलाफ लापरवाही से मौत का मामला दर्ज कर लिया है। वहीं, स्थानीय लोग प्रशासन की देरी और बिल्डर की लापरवाही के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
लोगों का कहना है कि अगर समय पर कार्रवाई होती तो यह जानें बचाई जा सकती थीं।