कटिहार जिले के कदवा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के विधायक डॉक्टर शकील अहमद खान को खड़े विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा। जब वह अपने इलाके में पहुंचे तो स्थानीय लोगों ने काले झंडे दिखाकर और मुर्दाबाद का नारा लगाकर अपना गुस्सा जाहिर किया।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि शहर के जरूरी कामकाज पर विशेष ध्यान नहीं दिया गया और केवल चुनाव के वक्त ही वह अपना चेहरा दिखाने और वोट मांगने आते हैं। इस प्रकार के नेता चुनाव के बाद आम जनता को अपना शक्ल तक नहीं दिखाते हैं।
इस प्रकार के विरोध प्रदर्शन का वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह विरोध आगामी विधानसभा चुनाव में उसके लिए एक चुनौती साबित हो सकता है।
जब इस विषय में शकील अहमद खान से पूछा गया तो उसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि सत्ता पर रहते उन्होंने कई विकास कार्य किए हैं वह भी बिना किसी जाति पाति को देखते हुए। इस प्रकार का विरोध प्रदर्शन एक प्रकार का साजिश का हिस्सा है और कुछ नहीं।
इसी समय एआइएमआइएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बलरामपुर विधानसभा क्षेत्र में जनसभा की है। उन्होंने कांग्रेस रजत जदयू समेत सभी दलों पर निशाना साधा और कहा 60 साल से मुसलमान को केवल वोट बैंक बनाया गया है लेकिन हकीकत में मुसलमान के लिए कोई कार्य अभी तक नहीं किया गया।
ओवैसी एक हवाला देते हुए कहा कि अगर हैदराबाद का सांसद बलरामपुर के लिए काम कर सकता है तो स्थानीय विधायक अपने ही क्षेत्र में काम क्यों नहीं कर रहे हैं।
इस पूरे घटनाक्रम ने सीमांचल की राजनीति को और भी गर्मा दिया है। जनता की नाराजगी, नेताओं के बयान और चुनावी माहौल एक साथ मिलकर आने वाले नतीजे पर गहरा असर अवश्य डालेंगे।