मनी गेम को लेकर 8 सितंबर को होगा बड़ा फैसला, पिछले 22 अगस्त को ऑनलाइन मनी गेम को लेकर एक नया कानून पारित किया गया, जिस पर देश-दुनिया में एक भूचाल सा आ गया है। सबके मन में बस एक ही सवाल है कि क्या फिर से सभी फैंटेसी एप मनी के लोग खेल पाएंगे, क्या इंडिया में फिर से एक बार मनी गेम सुचारू रूप से पहले की तरह शुरू हो पाएंगे?
लोगों को निराशा तब हाथ लगी जब Dream11 जैसे बड़े फैंटेसी एप गेमिंग कंपनी ने सरकार के फैसले को स्वीकार करके यह बयान दिया कि अब वह सरकार के खिलाफ कोई लड़ाई नहीं लड़ेंगे। इतना सुनते ही फैंटेसी के जितने भी यूजर थे, सबके आगे अंधेरा सा छा गया।
लेकिन A23, एक पोकर गेम कंपनी है, जिसने सबसे पहले कर्नाटक सुप्रीम कोर्ट में इस गेमिंग बिल के खिलाफ एक याचिका दायर की। जिसकी पहली सुनवाई 30 अगस्त को हुई। पहली सुनवाई में ऐसे तीन खुलासे का जिक्र हुआ जिसमें लोगों और यूजर्स के बीच फैंटेसी और मनी गेम को लेकर नई उम्मीदें जगी हैं।
आपको बता दें कि पहली सुनवाई 30 अगस्त को न्यायमूर्ति श्याम प्रसाद त्यागवाही में की गई। इसमें उन्होंने केंद्र सरकार पर फटकार लगाते हुए अचानक से इतने बड़े इंडस्ट्री को खत्म करने का जवाब मांगा है और यह जवाब उन्हें अगले 8 सितंबर तक देना है।
यहां खुशी की बात यह है कि इस कानून को लेकर कर्नाटक सुप्रीम कोर्ट में नाराजगी साफ-साफ देखी जा सकती है। इसी आधार पर उन्होंने केंद्र सरकार से इसका सटीक जवाब मांगा है। क्योंकि अचानक इतने बड़े इंडस्ट्री को बंद करने से 2 लाख लोगों के रोजगार पर भी सवाल खड़े होते हैं। इसके अलावा बहुत से ऐसे यूजर्स हैं जो अपने स्किल का उपयोग करके डेली बेसिस पर धन अर्जित करते थे, फिर इन सबका क्या होगा?
इस मौके पर किसी को भी समय नहीं दिया गया और अचानक इतने बड़े इंडस्ट्री को बंद कर दिया गया। इसलिए आगामी 8 सितंबर को होने वाली सुनवाई बेहद ही महत्वपूर्ण और न्यायपूर्ण होने वाली है। यही वह तारीख है जब यूजर्स जान पाएंगे कि क्या भारत में मनी गेम पहले की तरह सुचारू रूप से चालू होंगे या नहीं।
लोगों के मन में एक और सवाल है कि केवल A23 गेमिंग कंपनी, जो एक पोकर कंपनी है, वही कर्नाटक सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर किए हैं। क्या उसकी जीत होने पर सब फैंटेसी और मनी गेमिंग कंपनियों की जीत मानी जाएगी? तो इसका सीधा जवाब है – बिल्कुल हां। क्योंकि नियम सबके लिए बनते हैं, किसी एक के लिए नहीं।
इसलिए आपको बता दें कि A23 गेमिंग कंपनी के साथ-साथ जितने भी मनी गेम हैं, जिनमें फैंटेसी, स्किल बेस्ड गेम आदि शामिल हैं, वह सभी A23 कंपनी के साथ हैं। तो 8 सितंबर को होने वाली सुनवाई बेहद निर्णायक होगी। देखना दिलचस्प होगा कि फैसला किसके पक्ष में जाता है। बाकी आपको क्या लगता है, कमेंट सेक्शन में अवश्य बताएं।