Dream11 के सीईओ हर्ष जैन ने एक स्टेटमेंट जारी किया है जिसमें उन्होंने कहा कि Dream11 बैन को लेकर अब वह सरकार से कोई लड़ाई नहीं करने वाले हैं। इसका सीधा अर्थ यह है कि जो यह लोगों के द्वारा उम्मीद जताया जा रहा था कि Dream11 के सीईओ हर्ष जैन सुप्रीम कोर्ट में अपने प्लेटफॉर्म को बैन होने से बचाने के लिए एक पिटीशन फाइल करेंगे लेकिन उन्होंने यह साफ कर दिया कि अब वह ऐसा बिल्कुल नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार से उनकी कोई लड़ाई नहीं करनी है, बल्कि वह अपने प्लेटफॉर्म को एक नई दिशा की ओर अवश्य ले जाएंगे।
Dream11 वापसी लगभग असंभव
कुल मिलाकर आकलन लेना उचित है कि आने वाले समय में अब Dream11 के वापस होना लगभग असंभव है। लेकिन कहानी यहां खत्म नहीं होती।
अन्य गेमिंग प्लेटफार्म की उम्मीद
Dream11 के अलावा जो बाकी गेमिंग प्लेटफॉर्म थे जैसे बिन जो, बिग कैश, पोकर, रमी — यह सभी से एक उम्मीद बाकी यही बचा है कि वह अगले 30 से 40 घंटे में कर्नाटक सुप्रीम कोर्ट में एक पिटीशन जारी करेंगे जिसमें समान सवालों पर विचार किया जा सकता है, ऐसा उम्मीद जताया जा रहा है।

अब ड्रीम11 में काम करने वालों का क्या होगा? सीईओ ने दिया जवाब/
हालांकि इन सभी गेमिंग प्लेटफॉर्म में से Dream11 सबसे बड़ा था, और अगर वह सरकार से लड़ाई करने के पक्ष में नहीं है तो क्या यह छोटे गेमिंग एप्लीकेशन अपना फैसला अपने पक्ष में कर पाएंगे — यह बड़ा सवाल है।
किन आधारों पर रखा जाएगा पक्ष?
बताया जाता है कि कुछ एप्लीकेशन ऐसे हैं जिस पर स्किल बेस्ड गेम खिलाए जाते थे जो किसी प्रकार का जुआ नहीं माने जा सकते।
1. पहला सवाल यह होगा कि क्या स्किल बेस्ड गेम को दबा देना हमारे देश के युवाओं के लिए उचित है।
2.दूसरा सवाल यह होगा कि इतने बड़े इंडस्ट्री को अचानक से बंद करने के पीछे क्या वजह थी।
इसके लिए किसी भी गेमिंग फाउंडर से संपर्क भी नहीं किया गया। हो सकता है बहुत सारे ऐसे प्लेटफॉर्म हों जो लोगों के लिए अच्छा सर्विस प्रदान करते हैं, लेकिन कुछ फर्जी एप्स के कारण रियल मनी गेमिंग को भी और स्किल बेस्ड गेम को भी नष्ट कर देना कहां तक जायज ठहराया जा सकता है?