पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले माननीय श्री नीतीश कुमार पूरी तरह से एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। वह बिहार के जनता को लगातार एक से बढ़कर एक नई-नई सौगात की घोषणा करते बिल्कुल भी नहीं थक रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास एक अन्य मार्ग पर आयोजित कार्यक्रम में डीबीटी यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए 1 करोड़ 13 लाख लाभार्थियों के खाते में अब तक कुल 1263.95 करोड़ रुपए की राशि भेजी है। इस मौके पर दोनों उपमुख्यमंत्री और समाज कल्याण विभाग के मंत्री मदन सहनी भी मौजूद थे।
इन सभी राशियों का वितरण निम्नलिखित योजनाओं के तहत किया गया है –
1. मुख्यमंत्री वृद्धा पेंशन योजना
2. लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना
3. बिहार निषाद पेंशन योजना
4. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धाजन पेंशन योजना
5. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना
6. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय निशक्त पेंशन योजना
इस प्रकार माननीय नीतीश कुमार के पेंशन में वृद्धि के बाद राजनीतिक सरजमीन पर भूचाल सा आ गया है। सभी लंबे-लंबे वादे और जनता का भरोसा जीतने में लगे हैं।
तेजस्वी यादव ने पहले ही वादा किया था कि अगर उनकी सरकार बनी तो विधवा और वृद्धा पेंशन 400 से बढ़कर 1500 कर दिया जाएगा। उनके इस ऐलान के बाद ही नीतीश सरकार ने चुनाव से पहले ही पेंशन राशि बढ़ाने का फैसला लिया था।
दूसरी तरफ जन स्वराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने भी पेंशन को लेकर बातें कहीं, जिसमें उन्होंने बताया है कि अगर उनकी सरकार बनती है तो वह सभी वृद्ध माता और पिता को एक आदर्श तुल्य राशि देंगे जिसकी रकम 2000 होगी।
बिहार में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के बीच बढ़ते प्रतिस्पर्धा को लेकर इस तरह के ऐलान निश्चित तौर पर जनमानस के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे।