बिहार में विधानसभा चुनाव सर पर है ऐसे में सभी अपने-अपने तरीके से जनता को लोहने के प्रयास में है। थर्ड पार्टी एक अपने-अपने मुद्दे को लेकर चुनाव मैदान में घूम रहे, जिसमें कुछ बिहार में बेरोजगारी के मुक्ति उठाएं हैं तो कुछ पुराने सरकार के द्वारा किए गए वादों को लेकर अरे हैं।
इसकी संदर्भ जन स्वराज पार्टी नीतीश कुमार के द्वारा किए गए वादों को पूरा नहीं करने पर मुद्दा उठाएं है। इसमें उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार दिलीप परिवारों को तीन डिसमिल जमीन, तथा 94 लाख गरीब परिवारों को रोजगार के लिए 2 लाख लख रुपए देने का वादा किए थे, लेकिन यह बातें को अब तक पूरा नहीं किए हैं।
इन्हीं मुद्दा को लेकर 23 जुलाई यानी बुधवार के दिन जन स्वराज पार्टी मानसून सत्र का घेराव करने जा रहे थे, इसी दौरान पुलिस बनने पार्टी अध्यक्ष के अलावे अन्य कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज। इस लाठी चार्ज में पार्टी अध्यक्ष समेत कई कार्यकर्ता बड़ी तरह से घायल हुए।
बताया जाता है कि पुलिस बल द्वारा किए गए लाठी चार्ज के दौरान कुछ कार्यकर्ता इतनी बुरी तरह से घायल होगी कि वह ठीक से चल भी नहीं पा रहे हैं। जबकि कई कार्यकर्ताओं को सिर पर गहरी चोट लगी है।
अपनी कार्यकर्ताओं को इस तरह देख पार्टी अध्यक्ष श्री किशोर गुस्से में आकर कहा कि, आपने मेरे पार्टी कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज क्यों? किया क्या मेरी किसी कार्यकर्ता ने किसी पुलिस अधिकारी या मजिस्ट्रेट पर पत्थर फेक हैं? फिर आप लोग उन पर लाठी चार्ज क्यों कर रहे हैं? अगर आप लोगों का इस तरह का हरकत रहा तो मैं सरकार का काम करना मुश्किल कर दूंगा।
इसी बीच एक पुलिस अधिकारी ने पार्टी अध्यक्ष श्री किशोर से वापस जाने को कहा, तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि मैं पिछले दो महीने से अपने सवाल को लेकर मुख्यमंत्री से मिलना चाहता हूं तो फिर आप लोग उससे मिलने क्यों नहीं दे रहे हैं? मैं तो बस अपने सवाल को लेकर मुख्यमंत्री से मिलना चाहता हूं और कुछ नहीं। मुझे मुख्यमंत्री से मिलने के लिए विधानसभा जाने के सिवा और कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा है।
प्रशांत किशोर बोले, नीतीश कुमार को घर से निकलना मुश्किल कर देंगे।
इसके बाद जान स्वराज के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती के नेतृत्व में 6 सदस्य प्रतिनिधि मंडल ने बिहार के मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा से मुलाकात कर मांगों का ज्ञापन सोपा है।
जब तक मेरे सवालों का जवाब नहीं मिलेगा यह प्रदर्शन जारी रहेगा.
अंत में पार्टी अध्यक्ष श्री किशोर ने धमकी देते हुए कहा कि अगर सरकार उसकी मांग पर कार्यवाही नहीं करते हैं तो वह एक लाख लोगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे, जब तक मेरे सवालों के जवाब मिल नहीं जाता तब तक मैं इस तरह का प्रदर्शन जारी रखेगा।