हिमाचल प्रदेश: 30 जून और 1 जुलाई की रात हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बादल फटने की घटना सामने आई है। इस घटना में एक 10 साल की मासूम रितिकाके माता-पिता अपनी जान गवा बैठे। इसके बाद इस बच्चे के परवरिश को लेकर सवाल खड़े होने लगे। अच्छी बात यह रही कि नितिका के अपनी एक बुआ किरण देवी परवरिश करने का इरादा बना चुकी है।
बादल फटने किया भयानक और दर्दनाक घटना मंडी जिले के बरवाड़ा पंचायत के तलवाड़ा गांव में हुआ है। बताया जाता है कि रमेश और उसकी पत्नी और दादी जी पुनु देवी पानी घर में प्रवेश न करें इसके लिए जैसे ही बाहर निकले इस टाइम बादल फटने की घटना घटी जिसमें रमेश मौके पर ही अपनी जान गवा बैठे जबकि उसकी पत्नी राधा देवी और उसकी मां पुनु देवी अभी भी लापता है।
इस घटना के बाद घर में एक अकेली बच्ची नीतिका घबरा गई और वह जोर-जोर से रोने लगी। रोने की आवाज सुनकर उसके पड़ोस में रहने वाले प्रेम सिंह ने उसके घर पर जाकर देखा तो पता चला रितिका डैडी और घबराई हुई है और वह जोर-जोर से रो रही है। इसके बाद रमेश के चचेरे भाई बलवंत को सूचना दी गई। बलवंत पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर के निजी सुरक्षा अधिकारी हैं।
13वें दिन के शुद्ध रस्म के बाद परिवार ने निर्णय लिया कि अब नीतिका का पालन पोषण रमेश की छोटी बहन किरण देवी करेगी।
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किरण देवी सिकरुए गांव में रहती है और वह पहले से एक बेटे की मां है। किरण देवी के गांव में शिक्षा व्यवस्था काफी तंदुरुस्त है, जहां इसकी पढ़ाई लिखाई में कोई बाधा नहीं आएगी।
जानकारी के लिए आपको बता दे की रितिका के उज्जवल भविष्य के लिए उसके नाम पर हिमाचल को ऑपरेटिव बैंक और पंजाब नेशनल बैंक में दो खाते खोले गए हैं। जिसमें रितिक के परवरिश के लिए आम जनता के द्वारा सहयोग राशि जमा की जा रही है। उसे मिलाने वाले धनराशि का उपयोग केवल उसके शिक्षा और परवरिश के लिए ही होगी। इस धनराशि के पीछे एक शर्त यह भी हैं कि इसका उपयोग रितिका तब कर पाएगी जब उसकी उम्र 18 साल हो जाएगी। इससे पहले कुल धनराशि उसके नाम पर जमा रहेगी।
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शनिवार के दिन रितिका से मुलाकात करके उसका हाल-चाल जाना और उसे जीवन जीने के लिए प्रेरित किया।